"Lucknow News: हाईटेंशन तार के नीचे बना लिए घर, 300 को नोटिस"
लखनऊ में एक अजीबोगरीब और खतरनाक मामला सामने आया है, जहां कुछ लोगों ने हाईटेंशन बिजली के तारों के नीचे अपने घर बना लिए थे। यह मामला न केवल सुरक्षा के दृष्टिकोण से चिंताजनक है, बल्कि इससे जुड़े कई गंभीर सवाल भी उठते हैं। शहर के विभिन्न इलाकों में रहने वाले करीब 300 परिवारों को नोटिस जारी किया गया है, ताकि वे अपने घरों को वहां से हटाएं, क्योंकि हाईटेंशन तारों के नीचे घर बनाना एक बड़ा खतरा पैदा कर सकता है।
हाईटेंशन तारों के नीचे घर बनाने का खतरनाक खेल
हाईटेंशन बिजली के तारों के नीचे घर बनाना कोई सामान्य बात नहीं है। इन तारों में 11,000 वोल्ट से लेकर 33,000 वोल्ट तक का करंट बहता है, जो किसी भी प्रकार की चपेट में आने से जानलेवा हो सकता है। लेकिन लखनऊ के कुछ क्षेत्रों में लोग इस खतरनाक स्थिति को न सिर्फ नजरअंदाज कर रहे थे, बल्कि यहां घर भी बना रहे थे। इन इलाकों में बिजली विभाग और स्थानीय प्रशासन को यह गंभीर समस्या समझ में आ चुकी है, और अब उन्होंने इन घरों को हटाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है।
300 परिवारों को नोटिस
लखनऊ नगर निगम और बिजली विभाग की संयुक्त टीम ने शहर के विभिन्न हिस्सों में जांच की और पाया कि 300 से अधिक परिवारों ने हाईटेंशन बिजली के तारों के नीचे घर बना लिए हैं। इन परिवारों को तुरंत नोटिस जारी किया गया है, जिसमें उन्हें अपने घरों को हटाने का निर्देश दिया गया है। नोटिस में यह भी कहा गया है कि यदि उन्होंने तय समय सीमा में अपने घरों को नहीं हटाया, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन का कड़ा कदम
इस मामले में प्रशासन ने एक कड़ा कदम उठाते हुए, इन घरों को खाली करने के आदेश दिए हैं। बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ये तार बेहद खतरनाक होते हैं, और यहां रहने वाले लोग अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। तारों से किसी भी तरह का संपर्क होना जानलेवा साबित हो सकता है। इसके अलावा, बिजली के तारों के नीचे घरों के निर्माण से बिजली सप्लाई में भी रुकावटें और समस्या पैदा हो सकती है, जो पूरे इलाके के लिए खतरे का कारण बन सकती है।
लोगों की स्थिति और प्रशासन की ओर से मदद
हाईटेंशन तारों के नीचे घर बनाने वाले लोग अक्सर गरीब होते हैं और इनकी स्थिति ऐसी होती है कि वे अपने घरों को कहीं और नहीं बना सकते। यही वजह है कि ये लोग इस प्रकार के खतरनाक इलाकों में रहने के लिए मजबूर हो जाते हैं। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि इन परिवारों को वैकल्पिक आवास मुहैया कराने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, इस मामले में सरकारी मदद का वास्तविक रूप क्या होगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है।
क्या हैं खतरे?
हाईटेंशन तारों के नीचे घर बनाने के कई गंभीर खतरे हैं:
1. विद्युत करंट का खतरा: उच्च वोल्टेज के तारों से संपर्क हो जाने पर करंट की चपेट में आकर मौत हो सकती है। यह खतरा खासकर बारिश के मौसम में और अधिक बढ़ जाता है।
2. अग्नि दुर्घटनाएं: यदि तारों से शॉर्ट सर्किट होता है, तो इससे आग लगने का खतरा भी बढ़ सकता है, जिससे जीवन और संपत्ति दोनों को नुकसान हो सकता है।
3. सामाजिक और कानूनी खतरे: बिना अनुमति के ऐसे घरों का निर्माण करना कानूनी रूप से अपराध है, और इस पर कार्रवाई हो सकती है।
क्या करना चाहिए लोगों को?
बिजली के विभाग और प्रशासन के अधिकारियों की चेतावनियों को गंभीरता से लेना चाहिए। इन खतरनाक इलाकों में घर बनाना न केवल आपकी बल्कि आपके परिवार की जान को भी खतरे में डाल सकता है। साथ ही, लोगों को यह भी समझना चाहिए कि उनके लिए सुरक्षित आवास का इंतजाम सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी है, लेकिन उनके स्वयं के सुरक्षा उपायों को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
निष्कर्ष
लखनऊ में हाईटेंशन तारों के नीचे घर बनाना न केवल एक कानूनी उल्लंघन है, बल्कि यह एक गंभीर सुरक्षा खतरे को भी जन्म देता है। प्रशासन द्वारा 300 परिवारों को नोटिस जारी करना एक सही कदम है, लेकिन इसके साथ ही इन परिवारों के लिए सुरक्षित और वैकल्पिक आवास की व्यवस्था भी बेहद जरूरी है। आशा है कि प्रशासन जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम उठाएगा और इन लोगों को बेहतर और सुरक्षित जीवन देने के लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेगा।
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